किया जब दुश्मनों ने शुरू उत्पात मचाना। विशालगङ मैं खुला एक थाना। हुआ हमला बार बार लगातार। तब दुश्मन की धोती से धुँआ निकालने के लिए बना....................
बोदी वाला थानेदार
No comments:
Post a Comment