नरक दंश # 2554 एक पिता आज करने जा रहा है अपने ही बेटे की नीलामी| कौटिल्य नागमणि ने महानायक नागराज को जकड़ दिया है बेड़ियों में और सम्पूर्ण अपराधजगत के सामने कर रहा है उसे नीलाम| क्या बन जाएगा आज यह नरक नाशक एक खलनायक या उसकी नियति उसे नहीं झेलने देगी यह नरक दंश| जानने के लिए पढ़ें रोमांच और भावनाओं से ओतप्रोत यह उत्पत्ति श्रंखला!
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